अमिताभ की असंतुष्टि: ए.आई. तकनीक और फेस मैपिंग का खुलासा
बॉलीवुड के शहंशाह, अमिताभ बच्चन, सोशल मीडिया पर बहुत् ही सक्रिय रहते हैं। वह रोज़ कुछ ना कुछ साझा करते रहते हैं। हालांकि, हाल ही में उन्होंने एक बयान में अपनी निराशा जताई है जो AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) तकनीक के प्रति थी।
हाल के दिनों में, AI के कारण कई सितारों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। रश्मिका मंदाना, नोरा फतेही, काजोल जैसी कई एक्ट्रेसेस ने AI के द्वारा बनाए गए डीपफेक का शिकार हो गईं। उनकी फोटोज सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थीं और इसके परंतु वायरलता के बाद उन्हें ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा। बाद में पता चला कि ये सभी तस्वीरें और वीडियोज़ फेक थे। इसके बाद, अमिताभ बच्चन ने इस मुद्दे पर गंभीरता से लेगल कदम उठाने की मांग की है।
भविष्य का संचार: ए.आई. और फेस मैपिंग की जटिलताओं का पर्दाफाश
आधुनिक तकनीकी युग में, अमिताभ बच्चन ने हाल ही में सिंबोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के एक फिल्म फेस्टिवल में भाग लिया। उन्होंने इस मौके पर AI और फेस मैपिंग जैसी तकनीकों पर अपनी राय दी। उन्होंने कहा है कि फिल्म मेकिंग में चिप के साथ-साथ कई बड़े बदलाव हुए हैं, लेकिन उन्हें चिंता है कि इस तकनीक की जीवनकाल की सीमा है और इससे आईडेंटिटी के साथ साथ AI से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।
फेस मैपिंग कर चेहरा मनमर्जी से इस्तेमाल कर रहे हैं लोग
आखिरकार, अमिताभ बच्चन ने फेस मैपिंग के बढ़ते प्रयोग की चर्चा की, जिसमें लोग अब अपने चेहरे को मनमर्जी से इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने साझा किया कि हाल ही में एक पॉपुलर स्टूडियो ने हॉलीवुड एक्टर टॉम हैंक्स की फेस मैपिंग का डेमो दिखाया, जिसमें उनके चेहरे को 20 साल तक युवा बनाया गया। यह बताते हुए कि यह तकनीक चिंता का कारण बन सकती है, अमिताभ बच्चन ने आखिर में यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता बताई कि इसे जिम्मेदारीपूर्वक और सुरक्षित तरीके से इस्तेमाल किया जाए।